शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2015

गजल


हम बड़का वामपंथी छी
जोगाड़ी दामपंथी छी

किछु चिखना चीखि बोतल संग
नालीकेँ जामपंथी छी

नित हमरा स्त्री प्रसंगक चाह
हम असली कामपंथी छी

गाँधीकेँ मारि बैसल जे
से हमहीं रामपंथी छी

करतै ओ काज भरि भरि दिन
हम खाली नामपंथी छी

सभ पाँतिमे 222+2122+2 मात्राक्रम अछि
दोसर आ तेसर शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर लेल गेल अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों