मंगलवार, 20 अक्टूबर 2015

गजल



हर हर गंगा
घर घर दंगा

हमहूँ नँगटे
ओहो नंगा

चमचा चमची
बस दरभंगा

टूटल चौकी
फाटल अंगा

नेता एलै
भेलै पंगा

सभ पाँतिमे चारिटा दीर्घ अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों