शनिवार, 19 दिसंबर 2015

गजल

गेलै दरबार अनचिन्हार
भेलै उद्धार अनचिन्हार

सभ बनि गेलै सिनेमा नीक
खाली परचार अनचिन्हार

जे खा गेलै हमर सपना से
बड़का खुंखार अनचिन्हार

ठीके महमह करैए देह
छै सिंगरहार अनचिन्हार

अप्पन की आन की ऐठाम
पूरा संसार अनचिन्हार


सभ पाँतिमे मात्राक्रम 22221-2221 अछि
तेसर शेरक पहिल पाँतिक अंतिम दीर्घकेँ लघु मानल गेल अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों