मंगलवार, 22 दिसंबर 2015

गजल

कोनो   फूल  फूलल  अहाँके   मुस्की
कोनो   तान   छेड़ल  अहाँके   मुस्की

कस्तूरी    जकाँ   छै    सुगंधित   सौँसे
चारु   कात   पसरल   अहाँके   मुस्की

मज्जर  आमके छै  कि  की  गमकै छै
एगो   गाछ   मजरल   अहाँके  मुस्की

सिंगरहार      चंपा      चमेली      गेना
एक्के   ताग   गूथल    अहाँके   मुस्की

तीरक   नोखके  अधमरल  छै   सबतर
एहन   बाण   साधल   अहाँके    मुस्की

धड़कैछै   करेजा   कते   सब   लोकक
निसदिन  देखि  निखरल अहाँके मुस्की

जिनगी भरि पियासल रहल बड नीरज
अमरित  बनिक' बरसल  अहाँके मुस्की

सब पंक्ति में मात्राक्रम 2221-2212-222
अछि

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों