सोमवार, 28 सितंबर 2020

गजल

पानिमे पानि परसल जाइए
आगिमे आगि बाँटल जाइए

शब्दपर शब्द लीखल जाइए
अर्थ बस अर्थ छूटल जाइए

भेल कोंढ़ीक चर्चा रातिमे
भोरमे फूल लोढ़ल जाइए

छै अपन ढेप माटिक मोल नै
आनकेँ सोन बूझल जाइए

आसमे चुप रहैए बेरपर
बेरपर ढोल पीटल जाइए

सभ पाँतिमे 212-2122-212 मात्राक्रम अछि।



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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों