बुधवार, 23 जून 2021

गजल

या तँ राखि ले अपना लग
या तँ आबि जो हमरा लग

साज बाज बहुते बजबै
भोर साँझ ओ बहिरा लग

किछु विकास खातिर हमहूँ
आबि गेल छी चिकबा लग

आरि खेतमे झगड़ा छै
पंच बनि कऽ छी हत्था लग

नेह छोड रखलक बहुते
फेर गेल ओ अनका लग

सभ पाँतिमे 212-122-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों