अनचिन्हार आखर
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
सोमवार, 14 जून 2021
गजल
प्रश्न एलै गरीबक
पास भेलै विधायक
बेरपर तोड़ि दैए
चालि केहन बजारक
छै बहुत दाम एकर
नोर छी हम अमीरक
ओ गला देत कहियो
दालि छी हम दियादक
डूबि गेलै नशामे
नाम सत्ता अराजक
सभ पाँतिमे 2122-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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