बुधवार, 2 जून 2021

गजल

संस्था संस्था खेलब बहिना
सदिखन सभटा लूटब बहिना

दुखमे सुखमे की छै हालति
अपने सन से बूझब बहिना

अट्टा पट्टा कुर्सी सत्ता
कह ने की की राखब बहिना

असगर आँगन हमहूँ असगर
अपने लग की बाजब बहिना

ई नाटक छै बस नाटक छै
फाटल परदा घीचब बहिना

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों