संस्था संस्था खेलब बहिना
सदिखन सभटा लूटब बहिना
दुखमे सुखमे की छै हालति
अपने सन से बूझब बहिना
अट्टा पट्टा कुर्सी सत्ता
कह ने की की राखब बहिना
असगर आँगन हमहूँ असगर
अपने लग की बाजब बहिना
ई नाटक छै बस नाटक छै
फाटल परदा घीचब बहिना
सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि।
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