- मुखपृष्ठ
- अनचिन्हार आखरक परिचय
- गजल शास्त्र आलेख
- हिंदी फिल्मी गीतमे बहर
- भजनपर गजलक प्रभाव
- अन्य भारतीय भाषाक गजलमे बहर
- समीक्षा/आलोचना/समालोचना
- गजल सम्मान
- गजलकार परिचय शृखंला
- गजलसँ संबंधित आडियो/वीडियो
- विश्व गजलकार परिचय शृखंला
- छंद शास्त्र
- कापीराइट सूचना
- अपने एना अपने मूँह
- गजलक इस्कूल
- गजलकार
- अर्चा-चर्चा-परिचर्चा
- आन-लाइन मोशायरा
- आशीष अनचिन्हारक रचना संसार
- मैथिली गजलसँ संबंधित आन लिंक, पन्ना ओ सामग्री
- Maithili Ghazal Books Download
- शेर जे सभ दिन शेर रहतै
शनिवार, 12 दिसंबर 2009
गजल
सागर में आगि बिजली आसमान में
बेचैनी कते ओ जे ऐछ हमर प्राण में
दिन एहनो आयल हमर जिनगी में
बुझ्लों जे अपन मिलल छल आन में
जिनगीक रंग ढंग की देखि हुनकर
रूप बदलैत छन छन आसमान में
खोजबीनक कूट-शब्द:
गजल,
Dr. Shefalika Verma
In spite of worldly struggle, I have another world of mine where I am a little SHEFALI, a young girl ,full of life, love, and emotions in my hidden heart. Mainly I live their in my own world. sometimes i feel cruel, unjust this real world to me. where there is love, respect and faith i am there. for me love is life..mai chhipana janta to jag mujhe sadhu samjhta , shatru aaj ban gaya chhal rahit vywhar mera..it's for me, i think.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें