मंगलवार, 19 नवंबर 2013

गजल

सीताक बनबास छी हम
बौआ रहल आस छी हम

दाहीक संगे तँ रौदी
उपटल सनक चास छी हम

हमरा बुझाएल एना
जेना हुनक खास छी हम

भुखले तँ मरि गेल जै ठाँ
तै ठाँक मधुमास छी हम

सुर ताल छी राग सेहो
नोरसँ सजल भास छी हम


2212+2122 मात्राक्रम सभ पाँतिमे

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों