प्रस्तुत अछि योगानंद हीरा जीक गजल। हुनक ई गजल प्रबुद्ध सौरभ जीक सहयोगसँ।
देखू बौआ
आयल कौआ
छतपर बैसल
माँगय खोआ
कुचरय आनय
पाहुन कौआ
विरही पीड़ा
जानय कौआ
कानय बौआ
पकड़य कौआ
एके आँखिन
देखय कौआ
सभ पाँतिमे २२२२ मात्राक्रम।
देखू बौआ
आयल कौआ
छतपर बैसल
माँगय खोआ
कुचरय आनय
पाहुन कौआ
विरही पीड़ा
जानय कौआ
कानय बौआ
पकड़य कौआ
एके आँखिन
देखय कौआ
सभ पाँतिमे २२२२ मात्राक्रम।
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