भक्ति गजल
शारदे शारदे शारदे
नीक बनबाक आधार दे
जय विजय केर संगे कनी
बेबहारक सुखद हार दे
नै महल नै अटारी मुदा
एकटा नीक सन चार दे
दूर बैसल हमर लोक वेद
नीक छै से समाचार दे
लोक छै आब अनचिन्हरबा
किछु दे की नै दे चिन्हार दे
सभ पाँतिमे 212+212+212 मात्राक्रम अछि।
मक्ताक अंतिम पाँतिमे दू ठाम दीर्घकेँ लघु मानल गेल अछि
चारिम शेरक पहिल पाँतिमे अंतिम लघु छूटक तौरपर अछि।
शारदे शारदे शारदे
नीक बनबाक आधार दे
जय विजय केर संगे कनी
बेबहारक सुखद हार दे
नै महल नै अटारी मुदा
एकटा नीक सन चार दे
दूर बैसल हमर लोक वेद
नीक छै से समाचार दे
लोक छै आब अनचिन्हरबा
किछु दे की नै दे चिन्हार दे
सभ पाँतिमे 212+212+212 मात्राक्रम अछि।
मक्ताक अंतिम पाँतिमे दू ठाम दीर्घकेँ लघु मानल गेल अछि
चारिम शेरक पहिल पाँतिमे अंतिम लघु छूटक तौरपर अछि।
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