शनिवार, 24 जनवरी 2015

भक्ति गजल (सरस्वती पूजा)

हे शारदे दिअ एहन वरदान
हो जैसँ जिनगी हमरो कल्याण

पूजब सदति हे माए बनि पूत
अपना शरणमे दिअ हमरा स्थान

निष्काम हो मोनक सभ टा आश
सुख शान्ति आ जगमे दिअ सम्मान

जिनगी समाजक लागै शोकाज
हमरा बना दिअ तेहन गुणवान

लिअ प्रार्थना कुन्दनकेँ स्वीकारि
बल वुद्धि विद्या आ दिअ ने ज्ञान

मात्राक्रम : 2212-222-221

© कुन्दन कुमार कर्ण

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों