शनिवार, 21 अक्टूबर 2017

गजल

ठोरक गिलास ठोरक शराब
के राखत किछु ठोपक हिसाब

अनधन लछमी हुनका हिस्सा
हमरा हिस्सा गालक गुलाब

उनटाबैए ओ चुप्पे चुप
देहक पन्ना मोनक किताब

सुंदर शब्द भेलै बेकार
ओ अपने छथिन अपन जबाब

अनचिन्हारक इयाद अबिते
पूरा दुनियाँ लागै खराब

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि



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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों