शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2017

गजल

भीजल कपड़ा गुदगर देह
बिजली लागै सुंदर देह

गौतम धेलथि इंद्रक भेष
फेरो पाथर हुनकर देह

हुनका ताकी कोने कोन
हमरा लग छै जिनकर देह

बज्जर सपना बज्जर आँखि
बज्जर जीवन बज्जर देह

सरकारक फाइल बहुते पैघ
देखू घटलै किनकर देह

सभ पाँतिमे  22 22 2221 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों