मंगलवार, 31 अक्टूबर 2017

गजल

मोन मीलल बहुत बहुत
नेह भेटल बहुत बहुत

दूर गेलै जते जते
नीक लागल बहुत बहुत

साँच बजलहुँ कनी मनी
संग छूटल बहुत बहुत

बात करता जखन जखन
खाद फेंटल बहुत बहुत

साँझ खातिर कहीं कहीं
भोर टूटल बहुत बहुत

आइ हुनकर कथा व्यथा
भाँज लागल बहुत बहुत

आब भेलै महो महो
रूप साजल बहुत बहुत

गाछ देखै टुकुर टुकर
काँच पाकल बहुत बहुत

सभ पाँतिमे 2122 12 12 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों