शनिवार, 30 दिसंबर 2017

गजल

अइ संसारकेँ अनकासँ मतलब
आ हमरा छलै अपनासँ मतलब 

पूल बनाउ नदी महानदीपर 
कातक धारकेँ लचकासँ मतलब 

भेटै आशीर्वाद या कि सराप 
छै भगताकेँ देवतासँ मतलब

भूआ पसरल जमीनपर तैयो
सिंगरहारकेँ खसबासँ मतलब 

जकरा लग कियो नै अनचिन्हार
अनचिन्हारकेँ तकरासँ मतलब



सभ पाँतिमे 222-222-222 मात्राक्रम अछि। दू टा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछिसुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों