मंगलवार, 6 मार्च 2018

गजल

क्षणभंगुर देहक आस कते
जाइत मधुमासक आस कते

हे हो रामा आफद एलै
बेसुध सरकारक आस कते

सीतारामक दास सहारा
ई दुनियाँ दासक आस कते

अकासक संगे डील भेलै
प्रायोजित मेघक आस कते

धोखा दै छै चिन्हारे सभ
अइ अनचिन्हारक आस कते

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों