सोमवार, 19 मार्च 2018

गजल

अइ संसारमे चुप जाबे रहलहुँ हम
कहियो फूल कहियो काँटे रहलहुँ हम

छै बेपार संबंधक अइ दुनियाँमे
कहियो लाभ कहियो घाटे रहलहुँ हम

पहिने स्वर्ग फेरो नरकक फेरामे
कहियो पुण्य कहियो पापे रहलहुँ हम

कहियो कंस कहियो धृतराष्ट्रो बनलहुँ
कहियो श्याम कहियो राधे रहलहुँ हम

जाबी लागि गेलै जकरा तकरा लेल
कहियो ठोर कहियो बाते रहलहुँ हम

सभ पाँतिमे 2221-222-222-2 मात्राक्रम अछि। अंतिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर अछि।सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों