एगो छै बरबादी रखने
दोसर छै तरकारी रखने
जीवनमे अपकर्मे खाली
रचना छै परतापी रखने
ओ बाँचै महिमा दोस्तीकेँ
सिरमा तर गद्दारी रखने
की ने सहलक की ने बुझलक
किछु कर्जा सरकारी रखने
कहियो हमरो खत्ते भेटत
हमहूँ छी दरबारी रखने
सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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