बहुत घमंडी तू राजा
थू राजा आऽ थू राजा
जीवन रस दुनियाँ खातिर
लुटलक एकै दू राजा
नोरक आगू नै सोभै
हा हा ही ही हू राजा
ई सभ ओ सभ हाथी छै
आन्हर बनि बनि छू राजा
तोहर किरपा माने छै
रौदी दाही लू राजा
सभ पाँतिमे 22-22-22-2 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। एकरा बहरे मीर कहल जाइत छै। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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