सूतल भाग्य जगा क' देखू
आलस नित्य हटा क' देखू
भेटत प्रेम अधिक अहाँके
निच्चा माँथ झुका क' देखू
सभटा काज भ जाइते छै
नमरी थोड़ धरा क' देखू
दुख कम हैत जरूर देखब
अपना बूझि सुना क' देखू
जीवैते म' मरै क' अछि की
प्रेमक रोग लगा क' देखू
222-112-122 सभ पाँतिमे, सुझाव आमंत्रित अछि 💐
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