सोमवार, 12 जुलाई 2021

गजल

सादा कागजपर लिखाएल आँगन
अपने आँगनमे बिकाएल आँगन

जखने एलै डेग के गंध लगमे
नवकी कनियाँ सन लजाएल आँगन

कतबो बड़का छी पहलवान तैयो
छिटकी मारै छै जुआएल आँगन

तोरे कहने छोड़ि देबै अपन घर
तोरे बापक छौ लगाएल आँगन

बहुते भारी से बुझाएत कहियो
अपने कन्हापर उठाएल आँगन

सभ पाँतिमे 22-22-2122-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों