क्षेत्रपालक घोर रूपक भूत नायक काल भैरव
हे बटुक हे नागकेशी पाप दाहक काल भैरव
क्रोध भैरव रुद्र भैरव उग्र लोचन धूम्रलोचन
भैरवी पति पाप मोचक पुण्य दायक काल भैरव
चण्ड भैरव चंद्र भैरव श्वान वाहन मद्य पावन
शांति योगी शांतिदायी शांति वाहक काल भैरव
योगिनी प्रिय डाकिनी प्रिय शाकिनी प्रिय राकिनी प्रिय
सौम्य सार्थक लोक पोषक दुष्ट मारक काल भैरव
बुद्धि भेटल सिद्धि भेटल शब्द संगे अर्थ भेटल
कृष्ण पक्षक अष्टमी तिथि कर्म कारक काल भैरव
सभ पाँतिमे 2122-2122-2122-2122 मात्राक्रम अछि। ई बहरे रमल मोसम्मन सालिम वा बहरे रमल सालिम अठरुक्नी अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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