जखन दरबार बनि गेलै
तखन किछु चार बनि गेलै
जहर पीने रही एना
गलाकेँ हार बनि गेलै
भरोसापर रहल लटकल
भरोसा भार बनि गेलै
रहै इच्छा बनब करुणा
मुदा खुंखार बनि गेलै
टुटल बहिनोइकेँ नै मान
धनी लग सार बनि गेलै
सभ पाँतिमे 1222-1222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे हजज मोरब्बा सालिम अछि। गजलमे मान्य छूट लेल गेल अछि।सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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गुरुवार, 2 फ़रवरी 2023
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
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