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शनिवार, 26 फ़रवरी 2011
गजल
कतेक अरमान स छुबने छलों गुलाब के
ओह हथेली में काँट जेना उगी आयल
कतेक मोसकिल अछ अप्पन आन बुझनाय
दिलक घाह स शोणित निकलि आयल
बदलि गेलों क्षणही में अहाँ जेना
छाती में कोनो कैक्टस उगी आयल
करेज में गडेत अछ यादी अहाँ के
केक्टस में जेना कोनो फूल खिली आयल
खोजबीनक कूट-शब्द:
गजल,
Dr. Shefalika Verma
In spite of worldly struggle, I have another world of mine where I am a little SHEFALI, a young girl ,full of life, love, and emotions in my hidden heart. Mainly I live their in my own world. sometimes i feel cruel, unjust this real world to me. where there is love, respect and faith i am there. for me love is life..mai chhipana janta to jag mujhe sadhu samjhta , shatru aaj ban gaya chhal rahit vywhar mera..it's for me, i think.
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
sughar abhivyakti.... Aadarneey Shefalikaa Jee.
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