गजल - 11
सहसह लोकक भीड़ देखल हम
सुच्चा लोकक लेल बेकल हम
कटुता क्रोधक उमर बढ़लै टा
नेहक देखल लाश जेकल हम
माहुर मीझर गप्प गीजै छथि
माहुर गप्पक टीस सेकल हम
बलगर शोणित पीबि मोटेलै
अबला श्राद्धक पात फेकल हम
जीयब निकहा दिनक आशामें
आशक सिम्मर फ़ूल सेबल हम
सभ पाँतिमे मात्राक्रम –2222-21-222
© राम कुमार मिश्र
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