करितै नेह जँ केओ अथाह हमरो
रहितै मोन खुशीमे बताह हमरो
नेही एक बनी हमहुँ साँच ककरो
अछि जिनगीक रहल आब चाह हमरो
बनि घटवाह निमन भेट जाइ संगी
हेतै पार सफलताक नाह हमरो
कविता गीत गजल आ अवाज सुनिते
कहितै लोक जखन वाह वाह हमरो
मिलिते आइ नजरि ओकरासँ कुन्दन
मोने मोन भऽ गेलै निकाह हमरो
मात्राक्रम : 2221-122-121-22
© कुन्दन कुमार कर्ण
http://kundanghazal.blogspot.com
रहितै मोन खुशीमे बताह हमरो
नेही एक बनी हमहुँ साँच ककरो
अछि जिनगीक रहल आब चाह हमरो
बनि घटवाह निमन भेट जाइ संगी
हेतै पार सफलताक नाह हमरो
कविता गीत गजल आ अवाज सुनिते
कहितै लोक जखन वाह वाह हमरो
मिलिते आइ नजरि ओकरासँ कुन्दन
मोने मोन भऽ गेलै निकाह हमरो
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