भक्ति गजल
भक्ति पियास दियौ हे मैया
मुक्ति हुलास दियौ हे मैया
जय जगतारणि सभ दुख हारणि
सुख के आस दियौ हे मैया
दुखमे डूबल सगरो दुनियाँ
बस उगरास दियौ हे मैया
ज्ञानक जोती हीरा मोती
कंठक भास दियौ हे मैया
बचि जेतै दुनियाँ के लाज
ई बिसबास दियौ हे मैया
सभ पाँतिमे 22+22+22+22 मात्राक्रम अछि।
दूटा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
अंतिम शेरक अंतिम लघुकेँ संस्कृत परंपरानुसार दीर्घ मानल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
भक्ति पियास दियौ हे मैया
मुक्ति हुलास दियौ हे मैया
जय जगतारणि सभ दुख हारणि
सुख के आस दियौ हे मैया
दुखमे डूबल सगरो दुनियाँ
बस उगरास दियौ हे मैया
ज्ञानक जोती हीरा मोती
कंठक भास दियौ हे मैया
बचि जेतै दुनियाँ के लाज
ई बिसबास दियौ हे मैया
सभ पाँतिमे 22+22+22+22 मात्राक्रम अछि।
दूटा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
अंतिम शेरक अंतिम लघुकेँ संस्कृत परंपरानुसार दीर्घ मानल गेल अछि।
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