इसाइ नव बर्ख शुभकामना सहित ई गजल
सुन्दर फूल सुन्दर पात
सुन्दर ठोर सुन्दर बात
सुन्दर लोक सुन्दर नेह
सुन्दर आस सुन्दर घात
सुन्दर पेट सुन्दर हाथ
सुन्दर भूख सुन्दर भात
सुन्दर भीड़ सुन्दर सून
सुन्दर बीच सुन्दर कात
सुन्दर कर्म सुन्दर मर्म
सुन्दर मोन सुन्दर गात
सभ पाँतिमे 2221+2221 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
सुन्दर फूल सुन्दर पात
सुन्दर ठोर सुन्दर बात
सुन्दर लोक सुन्दर नेह
सुन्दर आस सुन्दर घात
सुन्दर पेट सुन्दर हाथ
सुन्दर भूख सुन्दर भात
सुन्दर भीड़ सुन्दर सून
सुन्दर बीच सुन्दर कात
सुन्दर कर्म सुन्दर मर्म
सुन्दर मोन सुन्दर गात
सभ पाँतिमे 2221+2221 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
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