मंगलवार, 12 सितंबर 2017

गजल

हुनकर बात
पिपरक पात

देशक अगुआ
भेलै कात

तप्पत नोर
बसिया भात

जिवनक नाम
झंझावात

अनचिन्हार
केलक घात

सभ पाँतिमे 2221 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों