शुक्रवार, 15 सितंबर 2017

गजल

कियो डबल छै
कियो ढ़हल छै

सपन नयन के
बचल खुचल छै

गरीब लेखे
पवन अनल छै

सुगंध हुनकर
रचल बसल छै

कनी मनीपर
बहुत झुकल छै

सभ पाँतिमे 12-122 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों