शुक्रवार, 18 मई 2018

गजल

अपना अपनी काबिल लोक
बाँकी सभ छै जाहिल लोक

असगर असगर अपने आप
चुप्पे पीबै आमिल लोक

छाँटल जेतै कहिए कहि क'
बेकारक ई फाजिल लोक

कहियो सार्थक सुंदर चीज
करबे करतै हासिल लोक

बाँचल रहलै काँचे फोंक
चीड़ल गेलै सारिल लोक

रखने सभ किछु के उम्मेद
जीवन जीबै हारिल लोक

सभ पाँतिमे 22-22-22-21 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों