रविवार, 26 अप्रैल 2020

गजल

कोने रंग सुख की कोने रंग बेदन रे
ललना रे कोने रंगक लोकक जीवन रे

सत्ता चाहै लंपट लंगट बंगट संकट
ललना रे ईहो अजगर लपटल चंदन रे 

स्वर्गक इच्छा रखने नरके भेटल हमरा
ललना रे किछु नै रखने कटलै बंधन रे 

अमीरक बच्चा रहलै तीसो साल बच्चा
ललना रे गरीब छनमे भेलै चेतन रे 

किम्हर जेतै घर आ किम्हर जेतै आँगन
ललना रे केने रहलै खटपट बरतन रे

सभ पाँतिमे 222-222-222-222 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानि लेबाक छूट लेल गेल अछि। सोहरक भास लोक परंपरासँ लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।





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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों