गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

गजल

घरक सिमान जखन फानल हेतै
धिया हियासँ कते कानल हेतै

सुनर शरीर छलै गुदरी साटल
कुपात्र आँखि कतौ मानल हेतै

उदरसँ आगि उठल हेतै जहिया
टघार नोरक ओ सानल हेतै

शिकार लेल शिकारी चललै यदि
जरूर जाल कतौ तानल हेतै

वियाह होइ बला टूटल निश्चित
गरीब पाइ जँ नै गानल हेतै
1212 112 2222

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों