करिते रहलै मारि बात
धरिते रहलै डारि पात
हुनकर हँसी चूड़ा दही
हुनकर तामस दूध भात
एक दू तीन चारि पाँच
केने छै अनेको घात
कनी सुगंध कनी अवाज
पसरि गेलै चारू कात
बिच्चे बैसल धनी मनी
बाँकी सभ तँ काते कात
सभ पाँतिमे 22-22-22-2 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।