शुक्रवार, 5 जून 2020

गजल

अस्त्र हुनकर चालबाजी
शस्त्र हुनकर जालसाजी

डेग डेगक आस रखने
लोक खातिर वेद राजी

चुप भऽ देखै अंग दहिना
वाम खेलै तीख बाजी

सैंत बैसल छी हँसी हम
खूब उछलै नोर पाजी

खूब बंटाधार हेतै
खेल मुकुटक ताज ताजी

सभ पाँतिमे 2122-2122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों