अस्त्र हुनकर चालबाजी
शस्त्र हुनकर जालसाजी
डेग डेगक आस रखने
लोक खातिर वेद राजी
चुप भऽ देखै अंग दहिना
वाम खेलै तीख बाजी
सैंत बैसल छी हँसी हम
खूब उछलै नोर पाजी
खूब बंटाधार हेतै
खेल मुकुटक ताज ताजी
सभ पाँतिमे 2122-2122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
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