शुक्रवार, 12 जून 2020

गजल

मनोबल मनोरम बना देत निश्चित
मनोकामना सभ पुरा देत निश्चित

नियम ई सदा मोन राखब अहाँ हम 
अपेक्षा उपेक्षित बना देत निश्चित

कते रोकि रखतै कते दाबि सकतै
बहल नोर दुनियाँ जरा देत निश्चित

कनी आचरण ठीक रखबै तँ अनुभव 
गजल नीक सुंदर कहा देत निश्चित

कियो आइ पूजा करैए मुदा ओ 
विसर्जन कऽ जल्दी भसा देत निश्चित

सभ पाँतिमे 122-122-122-122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों