बुधवार, 24 जून 2020

गजल

बाहर बाहर जोड़ल भतार
भितरे भीतर टूटल भतार

छै मृगतृष्णा सन के विकास
इम्हर उम्हर दौड़ल भतार 

इच्छा माने पूरा समान 
किम्हर जेतै परिकल भतार

लेने हेतै सभटा हिसाब
चुप्पे रहि रहि कानल भतार

हमरा आने देलक समाद
अपने लोकक दागल भतार

सभ पाँतिमे 22-22-22-121 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।


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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों