गुरुवार, 27 मई 2021

गजल

सूतल भाग्य जगा क' देखू
आलस नित्य हटा क' देखू

भेटत प्रेम अधिक अहाँके
निच्चा माँथ झुका क' देखू

सभटा काज भ जाइते छै
नमरी थोड़ धरा क' देखू

दुख कम हैत जरूर देखब
अपना बूझि सुना क' देखू

जीवैते म' मरै क' अछि की
प्रेमक रोग लगा क' देखू

222-112-122 सभ पाँतिमे, सुझाव आमंत्रित अछि 💐

बुधवार, 26 मई 2021

गजल

हमरा लेल करेजा धड़कैत हेतौ तोरो
अदहा रातिक' सपना जगबैत हेतौ तोरो

उड़लै नींद हमर जहिये छोड़ि तों चलि गेलैं
कारी राति भयाबह डरबैत हेतौ तोरो

केना जीब रहल छी घुटि घुटि क' के देखत ई
ओना नोर त ठीके झहरैत हेतौ तोरो

तों मजबूर छलैं से कहि कात होइत गेलैं
हमरा सूनि दरदमे टहकैत हेतौ तोरो

तोहर याद रहत जाबे जीब सकबै अहि ठां
चिठ्ठी देल हमर मन पारैत हेतौ तोरो

मात्राक्रम अछि 2221-1222-2122-22,सभ पाँतिमे, सुझाव आमंत्रित अछि 💐

गजल

मुस्की अधर नुकाबी कत्ते
छुच्छे नयन लड़ाबी कत्ते

सहलौं बहुत कियो नै मानै
गरदनि कहू झुकाबी कत्ते

मोजर रहल कतौ नै हम्मर
दुखड़ा अपन सुनाबी कत्ते

किछु नै रहत जमा पूँजी तैं
नोरे तखन खसाबी कत्ते

कहलौं मुदा अहाँ नै एलौं
डिबिया कहू जराबी कत्ते


मात्राक्रम अछि 221-212-222 सभ पाँतिमे सुझाव आमंत्रित अछि 💐

मंगलवार, 25 मई 2021

गजल

केकरो चाहि कऽ देखि लेलियै हम
मोनकेँ डाहि कऽ देखि लेलियै हम

पेटमे डूबि कऽ आबि गेलियै आ
भूखकेँ थाहि कऽ देखि लेलियै हम

उम्र लग कोन कहाँ नियत खजाना
उम्रकेँ ढाहि कऽ देखि लेलियै हम 

अंतमे घूमि कऽ आबि गेल इच्छा
जीहकेँ साहि कऽ देखि लेलियै हम`

आब तैयार कऽ सकबै नीक लहठी
नोरकेँ लाहि कऽ देखि लेलियै हम 


सभ पाँतिमे 2122-11-212-122 मात्राक्रम अछि। अंतिम शेरक पहिल पाँतिमे एकटा दीर्घकेँ लघु मानल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

शनिवार, 22 मई 2021

गजल

दाबल नियम थकुचल नियम
दरबारमे निहुरल नियम

श्रद्धा सहित निष्ठा सहित 
विश्वासमे ठिठुरल नियम

चुपचाप रहि जेबाक छै
निष्कर्षपर पहुँचल नियम

हमरे जकाँ दौड़ल तखन
सरकार लग पहुँचल नियम

कारण बहुत छै एकरो
छै लाशपर चतरल नियम

सभ पाँतिमे 2212-2212 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

गुरुवार, 20 मई 2021

अपने एना अपने मूँह-45

 जनवरी २०२१ मे ४ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ३ टा गजल आ १ टा आशीष अनचिन्हारक सभ गजल एकै ठाम भाग-३ आएल।

फरवरी २०२१मे ३ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक २ टा गजल आ जगदानंद झा मनु केर १ टा भक्ति गजल आएल।

मार्च २०२१मे ५ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ३ टा गजल आ २ टा भक्ति गजल आएल।

अप्रैल २०२१ मे ४ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ४ टा गजल आएल। 

गजल

अहाँ रहूँ घरे हम   ठानि अबै छी
एहि पापी पेट लेल छानि अबै छी

रोटी पर नून नै घी पीबि सपना 
हुनक भोजक मंत्र जानि अबै छी 

कमौआ पुतक लातो सोहनगर 
गरीब घरक कोड़ो गानि अबै छी 

चानि पर तेलक अभाबे केश नै
कनियाँगतक खेत फानि अबै छी 

गप्पक कोनो खतिहान नै भेलैए
'मनु' बैसू हम पीबि पानि अबे छी
(सरल वार्णिक बहर - वर्ण १३)
जगदानन्द झा 'मनु'

बुधवार, 19 मई 2021

अपने एना अपने मूँह-44

जनवरी २०२० मे एकटा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक एकटा पोस्ट आएल जाहिमे १ टा हिंदी फिल्मी गीतमे बहर अछि।

मार्च २०२० मे ८ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ८ टा पोस्ट आएल जाहिमे ५ टा हिंदी फिल्मी गीतमे बहर आ ३ टा गजल अछि।

अप्रैल २०२० मे ८ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ५ टा टा पोस्ट आएल जाहिमे ५ टा गजल, १ टा रचना संबंधित पोस्ट आएल। कुंदन कुमर कर्णक १ टा पोस्टमे १ टा आडियो अछि तँ अमित मिश्रक १ टा पोस्टमे १ टा गजल अछि।

मइ २०२० मे १४ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक १० टा पोस्टमेसँ ६ टा गजल, २ टा भक्ति गजल आ दू टा समीक्षा एलै। कुंदन कुमार कर्णक ४ टा पोस्टमेसँ ३ टा हिंदी फिल्मी गीतमे बहर आ १ टा गजल अछि।

जून २०२० मे १७ टा पोस्ट भेल जाहिमेसँ आशीष अनचिन्हारक १५ टा गजल आ २ टा भक्ति गजल अछि।

जुलाइ २०२० मे ८ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ३ टा गजल, अभिलाष ठाकुरक १ टा गजल, अरुण लाल दासजीक १ टा गजल, कुंदन कुमार कर्णक एकटा भक्ति गीत (बहरमे, अपवाद स्वरूप), १ टा गजल आशुतोष मिश्रक आ जयंती कुमारी जीक १ टा गजल आएल।

अगस्त २०२० मे ६ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ५ टा पोस्टमे ५ टा गजल आ आशुतोष मिश्रक १ टा पोस्टमे १ टा गजल आएल।

सेप्टेम्बर २०२० मे ६ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ५ टा पोस्टमे ५ टा गजल आ १ टा पोस्टमे १ टा हिंदी फिल्मी गीतमे बहर आएल।

अक्टूबर २०२० मे ४ टा पोस्ट आएल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ४ पोस्टमेसँ २ टा गजल, १ टा आलोचना आ १ टा हिंदी फिल्मी गीतमे बहर आएल।

नवम्बर २०२० मे ६ टा पोस्ट भेल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ६ टा पोस्टमे ६ टा गजल आएल।

दिसम्बर २०२० मे ८ टा पोस्ट आएल जाहिमे आशीष अनचिन्हारक ८ टा पोस्टमेसँ ४ टा गजल, १ टा नात, १ टा आलोचना आ २ टा भक्ति गजल आएल। 

गजल

केलक खचरै मोक्ष मोह
सदिखन जनमै मोक्ष मोह 

दोसर लोकक बात मानि
लड़ि कटि मरलै मोक्ष मोह
के छै साधक के असंत
खिस्सा सुनबै मोक्ष मोह

सभकेँ सभमे ओझरा कऽ असगर रहलै मोक्ष मोह

निष्ठुर धर्मक राजनीति फँसबे करतै मोक्ष मोह 

सभ पाँतिमे 22-22-2-121 अछि। ई बहरे लोचन अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

बुधवार, 12 मई 2021

गजल

अपन औकात अनुरूपे विधाता ताकि लेने छी
तमाशामे तमाशा बनि तमाशा ताकि लेने छी

जते तकलहुँ तते भेटल जते भेटल तते छूटल
गरीबक माथपर टाँगल भरोसा ताकि लेने छी

बना दुनियाँ बसा दुनियाँ जहाँ चलि गेल छै दुनियाँ
तकर पूरा पता लीखल खजाना ताकि लेने छी

नुका राखत कते हमरासँ हमरा सामनेमे ओ
हजारक भीड़मे हुनकर इशारा ताकि लेने छी

मुकरि जेतै कियो कहियो बदलि जेतै कियो कहियो
अही कारणसँ हमहूँ ई सहारा ताकि लेने छी

सभ पाँतिमे 1222-1222-1222-1222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे हजज मोसम्मन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।  

मंगलवार, 11 मई 2021

गजल

उजड़ल धरती उजड़ल गगन
जनता जानक भेलै हवन

झाँपल नेहक उघरल विरह
टुक टुक ताकै दू गो नयन

छै पावन भारत भूमिपर
संसद माने भड़ुआ भवन

बाहर योगासन साधि कऽ
भीतर केलक बहुते पतन

किछु शब्दे जीतै के कते
जे जे जीला तिनका नमन

सभ पाँतिमे 22-22-22-12 मात्राक्रम अछि। चारिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघुकेँ संस्कृतक परंपरानुसार दीर्घ मानल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।  

गुरुवार, 6 मई 2021

गजल

आर सिस्टम पार सिस्टम
मारि देलक सार सिस्टम

हाथ चाबुक जेब भारी खूजि गेलै द्वार सिस्टम

के नदी छै के समुंदर
बाप छै ई धार सिस्टम

नीक कहियो भेल हेतै
आब भेलै भार सिस्टम

बाँझ खेतक मोन अतबे चोख चाही फार सिस्टम

सभ पाँतिमे 2122-2122 मात्राक्रम (बहरे रमल मोरब्बा सालिम वा बहरे रमल सालिम चारि रुक्नी) अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। आर जिलेबी पार जिलेबी ई हमर लिखल बहुत पुरान गजल अछि जकर प्रयोग एहिमे हम केलहुँ।

बुधवार, 5 मई 2021

गजल

जहिया एलै जहिया गेलै
खतरा एलै सुविधा गेलै

हुनको नै कहि सकलै झुट्ठा
हमरो बाजल पतिया गेलै

सरकारक संगे अइ देशक
सरबा सिस्टम सठिया गेलै

देहक तागति बँचले बाँचल
नमरल खर्चा निहुरा गेलै

अतबो सुधि रहलै दैता लग
किछु बुझि लाजे कठुआ गेलै

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मीर अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों