शनिवार, 13 दिसंबर 2014

गजल

हमरो मोन पियासले रहि गेलै
हुनको मोन पियासले रहि गेलै

चुप्पेचाप बहुत पिया देलक ओ
तैयो मोन पियासले रहि गेलै

तोरा देखि कऽ धन्य बुझलक जे जे
तकरो मोन पियासले रहि गेलै

अप्पन लोक तँ सहजें अगियासल छै
अनको मोन पियासले रहि गेलै

ठोपे ठोप चुबै छलै रस तैयो
सगरो मोन पियासले रहि गेलै

चारिम शेरमे एकटा दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि।
सभ पाँतिमे 2221+12+12222 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों