शुक्रवार, 1 मई 2020

गजल

रघुपति राघव राजाराम
कोना चुकतै श्वासक दाम

सुंदर सुंदर चकमक नग्र
उपटल बिलटल सभहँक गाम

गरदनि खातिर एकै रंग
सोना चाँदी लोहा ताम

पुछने रहियै एकै प्रश्न
उत्तर देलक इमली आम

उज्जर शोणित पीयर नोर
हरियर थाकनि कारी घाम

सभ पाँतिमे 22-22-22-21 मात्राक्रम अछि। "रघुपति राघव राजाराम"  लक्ष्मणाचार्य रचित "श्री नम: रामायणम्" केर अंश अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।


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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों