- मुखपृष्ठ
- अनचिन्हार आखरक परिचय
- गजल शास्त्र आलेख
- हिंदी फिल्मी गीतमे बहर
- भजनपर गजलक प्रभाव
- अन्य भारतीय भाषाक गजलमे बहर
- समीक्षा/आलोचना/समालोचना
- गजल सम्मान
- गजलकार परिचय शृखंला
- गजलसँ संबंधित आडियो/वीडियो
- विश्व गजलकार परिचय शृखंला
- छंद शास्त्र
- कापीराइट सूचना
- अपने एना अपने मूँह
- गजलक इस्कूल
- गजलकार
- अर्चा-चर्चा-परिचर्चा
- आन-लाइन मोशायरा
- आशीष अनचिन्हारक रचना संसार
- मैथिली गजलसँ संबंधित आन लिंक, पन्ना ओ सामग्री
- Maithili Ghazal Books Download
- शेर जे सभ दिन शेर रहतै
गुरुवार, 5 मई 2011
रुबाइ
ठोर सँ ठोर सटतै तँ गीत जनमत
आँखि सँ आँखि मिलतै तँ प्रीत जनमत
दुश्मनी मे जिनगी केखनो नहि बिताउ
हाथ मे हाथ देबै तँ मीत जनमत
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंआशीष जी लोजिस्टिक ब्लॉग पर क्या किसी विशेष कानून की ही जानकारी देनी है या किसी भी कानून की जानकारी दे सकते हैं कृपया बताएं.कही मुझसे गलती से कुछ का कुछ न हो जाये.
शालिनी जी LOGISTICS ब्लाग पर आप LOGISTICS, TRANSPORT, CUSTOM, IMPORT-EXPORT, SHIPPING LAW, AIR TRANSPORT, CARGO INSURANCE आदि के बारे मे ही लिख सकती हैं।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सहित।
thanks to reply
जवाब देंहटाएं