गजल - 9
मूड हमर किछु गरबर अछि
बोल हुनक बड करगर अछि
सूनि हुनक बोली बुझलौ
बाप बऽरक बड धरगर अछि
दाँत टुटल मूँहक सभटा
पाइ बेर धरि दतगर अछि
रीति कोन बेटा बेचब
गप्प हमर धरि खरगर अछि
‘राम’ कतय बेटी ब्याहब
गाम-गाम में अजगर अछि
सभ पाँतिमे मात्राक्रम – 2121+2222
© राम कुमार मिश्र
गाम: रमौली, बहेड़ा, दरिभंगा
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