बुधवार, 30 जुलाई 2014

गजल

सगरो सुनलहुँ ठोरे ठोर हो रामा
एलै महँगी भोरे भोरे हो रामा

सरकारक संगे हमरा लगैए जे
भगवानो छै चोरे चोर हो रामा

हँसि रहलै बइमानक संग दल बदलू
भलै जनता नोरे नोर हो रामा

चुनि चुनि खेलक माउस आब जनता लेल
बचलै खाली झोरे झोर हो रामा

अठपहरा छै मजदूरक मुदा तैयो
हमरे टूटै पोरे पोर हो रामा


सभ पाँतिमे 222+2222+1222 मात्राक्रम अछि।

चारिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु अतिरिक्त अछि।

सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों