शुक्रवार, 31 मार्च 2017

आशीष अनचिन्हारक सभ भक्ति गजल एकैठाम

1

हम रटै छी गोविन्द गिरधारीकेँ
हम तकै छी मुरली मनोहारीकेँ

देवकी वसुदेवक जशोदा नंदक
पूत गोपी वल्लभ जमुन तारीकेँ

जे उबारथि तारथि उठाबथि चाहथि
हम कहै छी तै कंस संहारीकेँ

पूजि ने थकलहुँ हम सुदामा मित्रक
द्रौपदी सत इज्जतक रखबारीकेँ

जै कहैए जमुना कदम्बक गाछो
रास रचि गीता कहि क' भयहारीकेँ


हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे
हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे


सभ पाँतिमे 2122+2212+222 मात्राक्रम अछि।अंतिम शेरक बाद पारम्परिक पदक प्रयोग अछि।

2
जय दुर्गा जय अम्बे जय काली मैया
जय भवतारणि नरकक भयहारी मैया

महिसासुरघाती सुर मुनि अर्चित पूजित
जय गौरी श्यामा जय दुखटारी मैया

टप टप शोणित लप लप जीहक संगम छै
नारी नै अबला सभपर भारी मैया

पापी पुण्यात्मा जोगी भोगी सभ ई
कहलक जे तों मुदमंगलकारी मैया

गे हम लिखबौ कोना तोरा बारेमे
हम छी बच्चा तों पालनकारी मैया

सभ पाँतिमे 222+222+222+22 मात्राक्रम अछि।

3

सोनाकेँ महलिया जखन टुटलै हो राम
सारा सन महलिया तखन बनलै हो राम

कानै संसार संग सुत मित सभ रहि रहि क'
छटपट्टी मोनमे हमर लगलै हो राम

काँचे बाँसक बना रहल महफा सभ कियो
पूरा भेलै जखन तखन उठलै हो राम

काठक उँचका पलंगिया सोभै बड़ बेसी
लह लह धधरासँ देहिया जरलै हो राम

जाबे धधरा रहै घरक आशा छल हमरा
पचकठिया होइते नगर छुटलै हो राम


सभ पाँतिमे 22+2221+122+2221 मात्राक्रम अछि।

चारिम आ पाँचम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम दीर्घकेँ लघु मानि लेबाक छूट लेल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

4
कत' के कनियाँ कोने महफा हो राम
कत' के समधी कोने दुल्हा हो राम

देहक कनियाँ कर्मक महफा हो राम
सत समधी दुल्हा परमात्मा हो राम

किनकर हाथें सोहागिन बनलहुँ हम तँ
कोने सेनुरबा छै सोभा हो राम

हम जम हाथें सोहागिन भेलहुँ आइ
नोरक सेनुरबा छै शोभा हो राम

सभकेँ भेटै कर्मक फल अपने मोने
गाबै निरगुण अनचिन्हरबा हो राम

सभ पाँतिमे 222+222+222+21मात्राक्रम अछि।

अंतिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि।

सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

5

शिव शंकर भोला हे प्रभु
लिअ भांगक गोला हे प्रभु

टहलू भूतक संगे अहाँ
गौरी के टोला हे प्रभु

बड़का चुप्पा छै गण हिनक
नंदी बड़बोला हे प्रभु

भूतक बरियाती संग छै
बस साँपक डोला हे प्रभु

आत्मा गौरी शिव देह सम
छै सभहँक चोला हे प्रभु

सभ पाँतिमे 222+222+12 मात्राक्रम अछि।

पाँतिक अंतिम लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।

6

से एलै केहन दिनमा हो राम
की फुटलै माटिक बसना हो राम

नै रहलै कोनो काजक धन बीत
किनलहुँ जे दिल्ली पटना हो राम

धधरामे सोना सन पोसल देह
जरि जरि भेलै से मटिया हो राम

छुटलै बेटा बेटी दुनियाँ संग
भेलै जखने पचकठिया हो राम

ईहो निरगुण जे गाबै तकरा तँ
भेटै ओ अनचिन्हरबा हो राम

सभ पाँतिमे 222-222-2221 मात्राक्रम अछि

सुझाव सादर आमंत्रित अछि

7

वसुदेवक भागसँ एलथि कन्हैया
जसुदाकेँ जागसँ एलथि कन्हैया

जै ठामक लोके छल राक्षस सनकेँ
तै ठाँ बचि नागसँ एलथि कन्हैया

गाए गोपी बँसुरी बिरदाबन आ
राधाकेँ तागसँ एलथि कन्हैया

टूटल आसक डोरी सभहँक तखने
कनियें उपरागसँ एलथि कन्हैया

वेदक नामे उपनिषदक बाटे आ
गीता बैरागसँ एलथि कन्हैया

सभ पाँतिमे 22-22-22-22-22 मात्राक्रम अछि।
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।

ओना मैथिलीमे भक्ति गजल तँ बड़ दिनसँ अछि मुदा नामाकरण जगदानंद झा मनुक कएल छनि। ई भक्ति गजल हुनके लेल। 

सुझाव सादर आमंत्रित अछि।



8

जय दुर्गा जय काली जय भगवति जय जय
अबियौ हाली हाली जय भगवति जय जय

अड़हूलक कोंढ़ी लेने जगता भगता
मालिन संगे माली जय भगवति जय जय

सोभै लहठी नथिया टीका सेनूर
तैपर बड़का बाली जय भगवति जय जय

रुनझुन बाजल पायल हुनकर साँझहिमे
पसरल भोरक लाली  जय भगवति जय जय

खनमे ब्रम्हाणी रुद्राणी  खनमे
संहारी कंकाली जय भगवति जय जय

सभ पाँतिमे 222+222+222+22 मात्राक्रम अछि

तेसर शेरक अंतिम अक्षरकेँ संस्कृत छंद शास्त्रानुसार दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि
चारिम शेरमे लयक दृष्टिसँ आर मेहनति चाही
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

9


नै हेतौ तोहर निबाह गे कनियाँ
दुनियाँ छै बड़का कटाह गे कनियाँ

जेबीकेँ गर्मी रहै नै दुनियामे
नै हो एते गौरबाह गे कनियाँ

भेलौ तोरा रोग बस धनौंधीके
संबंधो सभ लेभराह गे कनियाँ

खाली साढ़े तीन हाथके धरती
अनचिन्हारे छौ गबाह गे कनियाँ

निरगुण अनचिन्हार गाबि रहलै बड़
छै चलती बेरक उछाह गे कनियाँ

सभपाँतिमे 22+2221+2122+2मात्राक्रम अछि
दोसर शेरक पहिल पाँतिमे एकटा दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

10

बितलै खरना एलै साँझक बेरा उठलै ढ़ाकी गे
माथे सोभै सूपक संगे सुंदर पथिया मौनी गे

पबनैतिन सभ चलली घाटक दिस नहुँ नहुँ सम्हर सम्हरि
साँझक बेरा झलफल कनकन हहरै सभहँक छाती गे

हाथे हाथ सजल अरघक नरियर तैपर राखल दीपो
घाटे घाट सजल केरा भुसबा संगे तरकारी गे

कोशी साजल हाथी मातल छै तैपर ठकुआ राखल
सभ घूमै चारू दिस गीतो गाबथि बहिना काकी गे

भेलै भिनसरबा सिहकै पछबा बड़ सोचथि पबनैतिन
नै देलथि दरशनमा राना मैया हम बड़ पापी गे

आबो तँ उगह हो आदित भेलै बड़ देर अबेर कुबेर
नाम उचारथि अरघी हाथ अरघ लेने सभ साँती गे

करिते गोहारि किरिन फुटलै उठलै लाली पुरुबक दिस
माँगै पबनैतिन सुख नैहर सासुर बेटा बेटी गे

भेलै परना गेलै सभ घाटो लागै सून उदासल
घाटक दूभि कहै अबिअह परुकाँ रहतौ खुशहाली गे

सभ पाँतिमे 222+222+222+222+222 अछि
दूटा अलग-अलग लघुकेँ एकटा दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
छठम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु फाजिल लेबाक छूट लेल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

11

शारदे शारदे शारदे
नीक बनबाक आधार दे

जय विजय केर संगे कनी
बेबहारक सुखद हार दे

नै महल नै अटारी मुदा
एकटा नीक सन चार दे

दूर बैसल हमर लोक वेद
नीक छै से समाचार दे

लोक छै आब अनचिन्हरबा
किछु दे की नै दे चिन्हार दे


सभ पाँतिमे 212+212+212  मात्राक्रम अछि।
मक्ताक अंतिम पाँतिमे दू ठाम दीर्घकेँ लघु मानल गेल अछि
चारिम शेरक पहिल पाँतिमे अंतिम लघु छूटक तौरपर अछि।

12

भक्ति पियास दियौ हे मैया
मुक्ति हुलास दियौ हे मैया

जय जगतारणि सभ दुख हारणि
सुख के आस दियौ हे मैया

दुखमे डूबल सगरो दुनियाँ
बस उगरास दियौ हे मैया

ज्ञानक जोती हीरा मोती
कंठक भास दियौ हे मैया

बचि जेतै दुनियाँ के लाज
ई बिसबास दियौ हे मैया

सभ पाँतिमे 22+22+22+22 मात्राक्रम अछि।
दूटा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
अंतिम शेरक अंतिम लघुकेँ संस्कृत परंपरानुसार दीर्घ मानल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

13

विधिकेँ हाथ
विधिना साथ

सभहँक नाथ
भोलेनाथ

हुनका आगू
झूकै माथ

तोरा लग नै
कोनो लाथ

किछु भक्तिक तों
चिपड़ी पाथ

सभ पाँतिमे 2221 मात्राक्रम अछि
तेसर, चारिम आ पाँचम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि


14

छठिक शुभकामना सहित ई भक्ति गजल


नहुँए नहुँ आबथि पबनैतिन
सुरजे सन लागथि पबनैतिन

आस्ते आस्ते जोरे जोरसँ
गीत मधुर गाबथि पबनैतिन

कोशी हाथी छिट्टा पथिया
सभहँक रस जानथि पबनैतिन

पुरबा बहने काँपथि तैयो
पाबनि ई ठानथि पबनैतिन

खरना चाहथि दीनो गानथि
परना नै चाहथि पबनैतिन

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानल गेल अछि

15

अहाँ आएब यै राना दाइ फेरो
हँ, नै जाएब यै राना दाइ फेरो

बहुत सुख संग अन धन लछमी जरूरे
अहाँ लाएब यै राना दाइ फेरो

हँसी हमरो खुशी हमरो भेटि जेतै
जँ मुस्काएब यै राना दाइ फेरो

दया सदिखन बनेने रहबै तकर आस
तँ देखाएब यै राना दाइ फेरो

गजल लीखत बहुत अनचिन्हार ऐठाँ
अहाँ गाएब यै राना दाइ फेरो

सभ पाँतिमे 1222-1222-2122 मात्राक्रम अछि
चारिम शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर अछि
सुझाव सादर आमंत्रित अछि

16

आयू पूरल जौबन छूटल
सुत मित दुनियाँ सेहो रूसल

अप्पन अनकर हम्मर हुनकर
अतबेमे ई जीवन बीतल

कोठा सोफा अहिना रहतै
ई चर्चा हमरे नै बूझल

जिनका बुझलहुँ अपना अपनी
अंत समय से टन्ना लूटल

दुरजन डूबल सुविधा रसमे
निरगुण रसमे साधू डूबल

सभ पाँतिमे 22+22+22+22 मात्राक्रम अछि
दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानल गेल अछि नियम शैथिल्यक तहत।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि


17
रामे राम सीताराम
गामे गाम सीताराम

कारी देह उज्जर मोन
श्यामे श्याम सीताराम

डेगे डेग दुर्गा कालि
ठामे ठाम सीताराम

लछमी सरसती आँगनमे
धामे धाम सीताराम

रटि रटि जीह पावन भेल
नामे नाम सीताराम

सभ पाँतिमे 2221-2221 मात्राक्रम अछि

चारिम शेरक पहिल पाँतिमे अंतिम दीर्घकेँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि

18

मिनट घंटा दिन महीना
रटलहुँ मदीना मदीना

दुनियाँमे मक्का भेलै
माथक नगीना नगीना

एथिन फेरो मोहम्मद
हुसैन सकीना सकीना

मेह्शर केर धारमे छै
काबा सफीना सफीना

देखत कोना मौलाकेँ
जे छै नबीना नबीना

सभ पाँतिमे 222-222-2 मात्राक्रम अछि। दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। मूल शब्द छै ना-बीना मने "आन्हर" मुदा मैथिली उच्चारण हिसाबसँ एकरा "नबीना" लिखल गेल अछि। मैथिलीक उच्चारण हिसाबसँ नुक्ताक प्रयोग नै भेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

19

नमो मेधा महामाया नमो देवी
नमो भाषा नमो जटिला नमो ब्राह्मी

नमो सीता नमो राधा नमो धन्या
नमो वसुधा नमो अनघा नमो लक्ष्मी

नमो दुर्गा नमो सत्या नमो आद्या
नमो काली नमो चंडी महाकाली 

नमो तारा नमो माँजरि नमो कुसुमा
नमो लोना नमो लखिमा नमो थेरी

नमो गंडक महानंदा नमो गंगा
नमो कमला नमो जीबछ नमो कोशी

सभ पाँतिमे 1222-1222-1222 केर मात्राक्रम अछि। परंपरासँ प्राप्त शब्दकेँ बहरमे सजा देल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

20

डोकहर वासिनी ग्रामिणी भगवती 
दुखहरी सुखकरी राज राजेश्वरी

मातृदेवी युगल उर्वरी कामिनी
सुंदरी माधुरी काम कामेश्वरी

शालिनी मालिनी शेखरी रागिनी
रुचिकरी शुचिकरी नाद नादेश्वरी

धर्मदा अर्थदा कामदा मोक्षदा 
जयकरी शुभकरी योग योगेश्वरी

कंकिनी काकिनी कोटरी साधिके
शंकरी सहचरी सर्व सर्वेश्वरी

सभ पाँतिमे 212-212-212-212 मात्राक्रम अछि।

21

इष्ट सीता इष्ट राघव
इष्ट राधा इष्ट माधव

चैत वैशाखक जुगल छवि 
अष्टमी छै मास भादव 

आस देलनि रास रचलनि
मुग्ध देवो मुग्ध मानव

नाम रावण नाम कंसे 
नष्ट केलनि दुष्ट दानव 

हित मनुष्यक चाहलथि ओ
एक रघुकुल एक यादव  

सभ पाँतिमे 2122-2122 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।  

22

हरी नाम सुमिरन हरी नाम कीर्तन
हरी नाम पूजन हरी नाम वंदन

हरी नाम माथो हरी नाम चंदन
हरी नाम मूँहो हरी नाम दर्पण

हरी नाम बरतन हरी नाम भोजन
हरी नाम देहो हरी नाम पोषण

हरी नाम धरती हरी नाम मेघन 
हरी नाम गर्मी हरी नाम शीतन

हरी नाम  बाहर हरी नाम आँगन
हरी नाम दुनियाँ हरी नाम जनजन

सभ पाँतिमे 122-122-122-122 मात्राक्रम अछि। जनसाधारण लेल हरि केर उच्चारण हरी कएल गेल अछि। सभ भारतीय मानसमे सदासँ उपस्थित अछि हम एकरा मात्र गजलक हिसाबसँ रखलहुँ अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

23

चकमक हमरो आँगन मैया एने
गमगम हुनको आँगन मैया एने

नवका आँगन महमह गदगद चहचह
जूटल पुरनो आँगन मैया एने

की छै दुख आ की छै दुनियाँदारी
बिसरल सगरो आँगन मैया एने

बुझलथि दुख आँचरकेँ सुख आँचरकेँ
पिघलल बजरो आँगन मैया एने

जे सभ बाँटैए दुख अइ दुनियाँमे
हो सुख तकरो आँगन मैया एने

सभ पाँतिमे 22-22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि। 

24

नमन हे सुपालक नमन हे दिगंबर
जयति हे विनाशक जयति हे विशेश्वर

सहज भक्ति जिनकर सरस शक्ति जिनकर
जयति हे महेश्वर महारुद्र विषधर

अटल छथि अचल छथि विमल छथि उमापति
नमन हे फणीश्वर महाकाल शंकर

जगतमे गगनमे अतलमे वितलमे
सदाशिव महामणि नमन हे जटाधर

महापाप मोचक महादेव भैरव
नमन हे त्रयम्बक जयति हे कलाधर

सभ पाँतिमे 122-122-122-122-122 मात्राक्रम अछि आ ई बहरे मुतकारिब मुस्समन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

25

विधाता छथि संसारमे राधा
गुजारा छथि संसारमे राधा

कते रहबै रसगर अहाँ तकरे
इशारा छथि संसारमे राधा

रहत कीमत की नेहमे देहक
उतारा छथि संसारमे राधा

अते कोना राखब उसारब हम
खजाना छथि संसारमे राधा

जँ चाही कृष्णक संग दुनियाँमे
सहारा छथि संसारमे राधा

सभ पाँतिमे 1222-22-1222 मात्राक्रम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

26

सरस रस धार छै जमुना अहीं बुझने रही माधव
नवल नव कुंज वृन्दावन अहीं रचने रही माधव

छलै जे ठूँठ बाँसक देह तकरो प्राण देलहुँ आ
बना बसुरी मधुर रागो अहीं फुकने रही माधव

रहै जे पूतना नामी किसुन वध कामनाधारी
तकर संगे असुर नागो अहीं नथने रही माधव

अधर्मी कंस बड़ भारी तकर सभ पापकेँ मेटल
अपन धर्मक उचित मानो अहीं रखने रही माधव

फँसल छी मोहमायामे मुदा विश्वास रखने छी
कटत भवपाश बंधन से अहीं गछने रही माधव

सभ पाँतिमे 1222-1222-1222-1222 मात्राक्रम अछि। ई बहरे हजज मोसम्मन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

 27


अहिँक आश हमरा मदन हे मुरारी
हरू आब विपदा मदन हे मुरारी

सरस रास रचलहुँ नवल नेह गछलहुँ
घटल दिव्य घटना मदन हे मुरारी

हरषि हाल कहलक निजे निज कदम्बक
विमल धार जमुना मदन हे मुरारी

अपन आन कहलक कियो ने जगतमे
मुदा एक विधना मदन हे मुरारी

हुनक बोल सुनिते हमर पाप भागल
मधुर बोल बजना मदन हे मुरारी

सभ पाँतिमे 122-122-122-122 मात्राक्रम अछि आ ई बहरे मुतकारिब मुस्समन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

28

क्षेत्रपालक घोर रूपक भूत नायक काल भैरव हे बटुक हे नागकेशी पाप दाहक काल भैरव क्रोध भैरव रुद्र भैरव उग्र लोचन धूम्रलोचन भैरवी पति पाप मोचक पुण्य दायक काल भैरव चण्ड भैरव चंद्र भैरव श्वान वाहन मद्य पावन शांति योगी शांतिदायी शांति वाहक काल भैरव योगिनी प्रिय डाकिनी प्रिय शाकिनी प्रिय राकिनी प्रिय सौम्य सार्थक लोक पोषक दुष्ट मारक काल भैरव
बुद्धि भेटल सिद्धि भेटल शब्द संगे अर्थ भेटल कृष्ण पक्षक अष्टमी तिथि कर्म कारक काल भैरव सभ पाँतिमे 2122-2122-2122-2122 मात्राक्रम अछि। ई बहरे रमल मोसम्मन सालिम वा बहरे रमल सालिम अठरुक्नी अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

29

छथि सिया जन धिया मैथिली जानकी
मोनमे बस रहथि मृणमयी जानकी

भूमिमे भूमिका छल बनल ताहि दिन
कोखिमे सोन सन पार्थवी जानकी

बुद्धि ओ रूपमे तीक्ष्ण आ सौम्य धरि
बल धनुषकेँ उठा कामिनी जानकी

राम तोड़ल धनुष जे जनक मोनमे
एक भेलथि अपन रामजी जानकी
ग्रह के दोष या राम माया रचल
वन गमन सिय हरण मानिनी जानकी

राम लक्ष्मण सकल सैन्य हनुमानपर
भार छल ताकि आनब सही जानकी

क्रूर रावण मरण दामिनी अग्निमे
आबि सासुर सुनथि बतकही जानकी

राम जानथि मुदा फेर सिय वन गमन
गर्भमे रत्न रखने रही जानकी

ॠषि वाल्मीकि रखलनि अपन धर्म आ
पोसलनि पुत्र अभिमानिनी जानकी

अश्व लव कुश पकड़ि युद्ध केलथि बहुत
हारि गेलथि अपन रामजी जानकी

भूमिजा भूमि गेलीह बड़ दुख सहैत
दर्द दुख केर छथि जीवनी जानकी

आधुनिक कालमे राम रावण जहाँ
ताहि ठाँ दुख सहथि भगवती जानकी


सभ पाँतिमे 212-212-212-212 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मुतदारिक मुसम्मन सालिम अछि। ११म शेरक पहिल पाँतिक अंतिम लघु छूटक तौरपर लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

30

अते नहि करू मान मोहन मुरारी
अधम दिस दियौ ध्यान मोहन मुरारी

सहज ओ सरस बनि सरल ओ तरल बनि
सुनाबथि अपन तान मोहन मुरारी

रचा रास योगी सुना सत्य भोगी
रसिक रस कला ज्ञान मोहन मुरारी

शरणमे जे पहुँचल से सभ मोक्ष पेलक
नै जानथि अपन आन मोहन मुरारी

हमर भाव जे छै अहीं लेल रहलै
लियौ तुच्छ दुभि धान मोहन मुरारी

सभ पाँतिमे 122-122-122-122 मात्राक्रम अछि। गजलमे मान्य छूट लेल गेल अछि। ई बहरे मुतकारिब मुसम्मन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

31

मात्र अर्पित करू भावना भक्तिमे
आर कोनो नै हो भूमिका भक्तिमे

डूबि गेलै सकल ओहदा भक्तिमे
भूतपति लोककर साधना भक्तिमे

पार्वती या उमा अम्बिका या सती
छै बनल किछु कथा उपकथा भक्तिमे

देहमे मोनमे प्राणमे छै बसल
सर्वगोचर सुधी चेतना भक्तिमे

दूर दूरे रहल ई निगेटिभ जगत
भेल हमरा बहुत फायदा भक्तिमे

शम्भु शंकर सदाशिव उमापति अभव
सर्वदा टारलनि आपदा भक्तिमे


सभ पाँतिमे 212-212-212-212 मात्राक्रम अछि। ई बहरे मुतदारिक मुसम्मन सालिम अछि। गजलमे मान्य छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

32

श्यामल सुंदर हियधर राजा
राघव राजा प्रियवर राजा

कौशल्या प्रिय दशरथ नंदन
चंदन लेपित मधुकर राजा

श्री सीतापति हनुमत सेवित
भ्राता पूजित जयकर राजा

शाश्वत वेदात्मा परमात्मा
सभ गुण आगर हरिहर राजा

देव उचारै राम रमाकर
लोक उचारै रघुवर राजा

सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ एक दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। ई बहरे-मीर अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

33


सरल शुद्ध सुंदर महादेव शंकर
निरंकार शंकर महादेव शंकर


विरूपाक्ष कैलाश वासी गिरिश्वर
कपाली भयंकर महादेव शंकर


जटाजूट गंगा तिलक संग चंदा
बड़द संग अजगर महादेव शंकर


भरल भूत आँगन मरल बाघ आसन
सकल काज दुष्कर महादेव शंकर


कहींपर सजल छथि कहींपर रचल छथि
कहींपर दिगंबर महादेव शंकर


सुनाबथि कहानी सरस बनि भवानी
सहज छथि दयाकर महादेव शंकर

सभ पाँतिमे 122-122-122-122 मात्राक्रम अछि आ ई बहरे मुतकारिब मुस्समन सालिम अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों