अनचिन्हार आखर
A Research Blog On Maithili Ghazal & Sher-o- Shayari
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
मंगलवार, 28 मार्च 2017
रुबाइ
अपन पीठ अपने ठोकि लेलियै हम
अपन गेंद अपने लोकि लेलियै हम
आनक गला घोंटलासँ की फायदा
अपन कंठ अपने मोकि लेलियै हम
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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
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