ओम्हर लव जेहाद छलै
एम्हर लव संवाद छलै
बिहुँसल ठोर हमर तोहर
आ पसरल उन्माद छलै
गड़िए गेलै अनचोक्कहि
काँटे सन तँ इयाद छलै
पसरल जे सौंसे दुनियाँ
छोट्टे सनक फसाद छलै
खुब्बे बढ़लै प्रेम हमर
हुनकर नेहक खाद छलै
सभ पाँतिमे 22+22+22+2 मात्राक्रम अछि।
दूटा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि।
सुझाव सादर आमंत्रित अछि।
बहुत सुन्दर गज़ल..
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
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