अप्पन हियसँ आइ हटा देलक ओ
शोणित केर नोर कना देलक ओ
हमरा बिनु रहल कखनो नै कहियो
देखू आइ लगसँ भगा देलक ओ
सपना जे सजैत रहै जिनगीकेँ
सभटा पानिमे कऽ बहा देलक ओ
हम बुझलौं गुलाब जँका जकरा नित
से हमरे बताह बना देलक ओ
भेटल नै इलाज कतौ कुन्दनकेँ
एहन पैघ दर्द जगा देलक ओ
मात्राक्रम: 2221-21-12222
© कुन्दन कुमार कर्ण
शोणित केर नोर कना देलक ओ
हमरा बिनु रहल कखनो नै कहियो
देखू आइ लगसँ भगा देलक ओ
सपना जे सजैत रहै जिनगीकेँ
सभटा पानिमे कऽ बहा देलक ओ
हम बुझलौं गुलाब जँका जकरा नित
से हमरे बताह बना देलक ओ
भेटल नै इलाज कतौ कुन्दनकेँ
एहन पैघ दर्द जगा देलक ओ
मात्राक्रम: 2221-21-12222
© कुन्दन कुमार कर्ण
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