रविवार, 12 अक्तूबर 2014

गजल

एमरीक पूजा जोड़ पकरने छै
गाम गाम मैयाकेँ पसारने छै

एक दोसरामे होड़ छैक लागल
सभक बुद्धिकेँ के आबि जकरने छै

पाठ माइकसँ छकरैत आँखि मुनि सभ
अपन घरक माएकेँ तँ बिसरने छै

एक कोणमे छथि चूप मूर्त मैया
लोक नाच गाजा  भाँग दकरने छै

'मनु' किछो जँ  बाजल आँखि खोलि कनिको
लोक ओकरेपर गाल छकरने छै

(मात्रा क्रम : २१-२१-२२/२१-२१-२२)
© जगदानन्द झा 'मनु'   

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों